Main - मैं - मैं कौन हूँ ? - Who Am I ?

आज तक मैं नाम से जितने भी पुस्तक प्रकाशित हुवे हैं उन सभी पुस्तकों में लेखक ने अपना ब्याक्तिगत परिचय ही प्रस्तुत हिया है। अपना बायो.डाटा का बिबरण देना ही मैं का परिचय अर्थात आत्मकथा समझा गया। मैंने अपने मै नामक पुस्तक में सभी के उच्चारण में आने वाला '-मैं-' के बिभिन्न प्रकार का बर्णन किया है। मैं कौन है, मै कौन हूँ, मैं क्या है, मैं कितने प्रकार से है आदि को संक्षिप्त कथा के रूप में इस प्रसंग में रखा गया है। बार-बार , अनेकों बार , समझते हुए पढ़े और तुलना करें। एक समय की बात है। तीन नगर थे। पहला वर्तमाननगर , दूसरा भूतनगर और तीसरा भविष्यत्नगर। तीनों नगर आपस में मिले जुले हुए से थे। तीनों नगरों के लोगों का आपसी व्यवहार भी मिला-जुला सा था। उस नगर के लोगों का आपसी व्यवहार भी मिला जुला हुआ सा था। उस नगर के लोगों के कर्म...